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EPFO रिश्वत कांड: सहायक आयुक्त और प्रवर्तन अधिकारी रंगे हाथ गिरफ्तार

ईपीएफओ रिश्वत लेने वाले गिरफ्तार आपको बता दे कि कुछ समय पहले ही ईपीएफओ में भ्रष्टाचार का एक बहुत बड़ा मामला सामने आ रहा है। ईपीएफओ के सहायक आयुक्त और एक प्रवर्तन अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। इन सब अधिकारियो पर आरोप लगा है की वे भविष्य निधि से जुड़े मामलों में पक्षपात करने के लिए घूस की मांग कर रहे थे। इस घटना ने संगठन की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं और भ्रष्टाचार को लेकर लोगों में गुस्सा बढ़ा दिया है। जांच एजेंसियां इस मामले में विस्तृत जांच कर रही हैं।

ईपीएफओ रिश्वत अधिकारी गिरफ्तार से जुड़े कुछ मुख्य बिंदु

  • EPFO के दो अधिकारी रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार।
  • भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई।
  • व्यापारी से काम के बदले मांगी जा रही थी रिश्वत।

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ईपीएफओ ने सहायक आयुक्त और प्रवर्तन अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंग हाथों गिरफ्तार किया गया है अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने एक कंपनी से जांच के मामले को दबाने के लिए गलत तरीके से घुस मांगा गया था इस कांड के चलते ईपीएफओ की छवि पर बहुत गहरा धब्बा लगा है और मामले की जांच की जा रही है जो कि दोनों अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की संभावना है जो कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने के संकेत देती है ईपीएफओ में खुलापन को सुनिश्चित करने के लिए यह कदम जरूरी है।

एंटी करप्शन ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई

हरियाणा के सोनीपत में एंटी करप्शन कार्यालय ने एक जरूरी कार्यवाही को करते हुए कर्मचारी भविष्य के निधि संगठन के दो अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है जो की कार्यवाही उसे समय हुई जब एसीबी की टीम ने ₹200000 की रिश्वत के मामले में जाल बिछाया था और आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ा था इस घटना ने सरकारी अधिकारियों को कार्य शैली और नैतिकता पर भी सवाल खड़े कर दिए गए हैं।

शिकायत का मामला

सोनीपत के सेक्टर 23 में रहने वाले एक अधिवक्ता ने बताया है कि ऐसी भी को शिकायत दी थी कि ईपीएफओ में तैनात प्रवर्तन अधिकारी मुकेश और उनके सहायक आयुक्त निलांजन गुप्ता ने उनके स्कूल से जुड़े पीएफ शिकायत को निपटने के लिए ₹200000 का रिश्वत मांगा था इसके पहले इन अधिकारियों ने 15 लख रुपए की भी मांगी थी जो की बातचीत के बाद रिश्वत की राशि ₹200000 ते की गई थी यह मामला स्पष्ट रूप से दिखता है कि कैसे कुछ अधिकारी अपनी शक्ति से गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।

गिरफ्तारी का घटनाक्रम

ऐसीबी भी ने इंस्पेक्टर फतेह सिंह असी मंदिर पर उनकी टीम ने आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की योजना को बनाया है जैसे ही रिश्वत लेने वाले राशि का लेनदेन हुआ टीम ने मौके पर ही छापा मार कर दोनों अधिकारियों को ही गिरफ्तार कर लिया गिरफ्तारी के बाद ऐसी भी ने आरोपियों को मेडिकल परीक्षण भी कराया जो कि इस प्रकार के मामले में एक सामान्य प्रक्रिया है।

अधिकारियों का निलंबन

जो रिश्वत लेने वाले कर्मचारी थे उनके गिरफ्तारी के बाद ऐसी भी ने इंस्पेक्टर फतेह ने कहा है कि यह एक गंभीर मामला है और आरोपियों को किसी भी तरह के कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा ईपीएफओ ने जो तैनात प्रवर्तन अधिकारी हैं मुकेश और उनके सहायक आयुक्त निलांजन रिश्वत लेते हुए पकड़े गए हैं अधिकारियों का यह कहना है कि गलत तरीके से न केवल सरकारी सिस्टम की छवि को नुकसान पहुंचता है बल्कि उन कर्मचारियों के लिए भी एक एग्जांपल पेश करता है जो ईमानदारी से काम करते है।

समाज में फैली अविश्वास की भावना

यह घटना न केवल एक रिश्वतखोर जो रिश्वत लेने वाले हैं उनका मामला नहीं है बल्कि या उसे व्यापक समस्या की और इशारा करता है जो कि समाज में सरकारी संस्थाओं के प्रति और अविश्वास का वजह बन रहा है। जबकि सरकार अधिकारी ऐसे कृतियों से लिप्त होते हैं जो कि यह समाज के एक नकारात्मक संदेश को भेजता है की जो आम जनता है उस में विश्वास कमजोर होता है कि सरकार संस्थाएं उनके तरफ से कम कर ही नहीं रहा है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष

सोनीपत एंटी करप्शन ने जिंदगी यह कारवाही को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक जरूरी कदम है। जो की ऐसी भी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह भ्रष्टाचार पर रोकने के लिए गंभीर है और किसी भी तरह के अधिकारी को कानून से ऊपर नहीं समझा जाएगा जो कि इस कार्रवाई से यह भी संदेश मिलता है कि अगर किसी के पास भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई शिकायत है तो उन्हें बिना किसी भी डर भाई के अपने बात को कहना चाहिए।

भविष्य की दिशा

इस घटना के बाद जो उम्मीद है कि कोई सरकारी अधिकारी को इस बात का एहसास होगा कि जो भ्रष्टाचार का खेल है वह अब समाप्त हो रहा है सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वह इस दिशा में और पुख्ता कदम उठाए ताकि ऐसे मामलों में और तेजी से कारवाही हो सके जो कि इसके अलावा जनता को भी जागरूकता होना चाहिए और ऐसे मामलों में रिपोर्ट करने के लिए भी आगे आना चाहिए।

यदि आप यह जानना चाहते है की, कही आपके साथ भी ऐसा नहीं हुआ है तो आप epfo track claim status चेक कर सकते हैं। जिसके परिणामस्वरूप आप भविष्य में होने वाले अपराधों से बच सकते हैं।

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